आज बड़े दिनों बाद कुछ लिखने का दिल किया , पिछले हफ्ते कि कुछ घटनाओ ने बड़ा असर डाला , सचिन तेंदुलकर का संन्यास , मैगनस Carlsen का विश्वनाथन आनंद को हराना और सबसे बड़ी घटना ( मेरी नज़र में ) तरुण तेजपाल की Alchemy of Desire का सार्वजनिक हो जाना। तरुण तेजपाल को उस दिन से Follow करता हूँ जब उन्होंने तहलका किया था , जब ब्लॉग पे सबसे पहली पोस्ट लिखी थी उसमे भी उनका ज़िक्र था , तस्वीर भी डाली थी। मेरी नज़र में कंटेम्पररी इंडिया के सबसे मुखर और हिम्मतवाले इंसानो में से एक। किस में दम है सरकार से भिड़ने का , इन्होने दिखाया था। Sting Operations को भारतीय Lexicon में introduce ही इन्होने किया था। उनकी पहली नोवेल Alchemy of Desire 2007 में पढ़ी थी , पहली लाइन आज तक याद है " Love is not the greatest glue between two people , sex is " और आखिरी लाइन भी याद है " Sex is not the greatest glue between two people , love is "
इनकी magzine " तहलका " का सालाना जलसा Thinkfest Goa में आयोजित होता है , 2011 के Thinkfest में तेजपाल साहब ने कहाँ था " अब आप गोआ में है , जितना दिल करे पीजिये , जिसके साथ खाना है खाइये और जिसके साथ सोना है सोइये मगर सुबह जल्दी आजाइएगा क्योकि कल packed house रहेगा " बड़ी चर्चा हुई थी तब इनके के इस statement की। एक और Novel आया था The Story of my Assasins उसमे इन्होने लिखा था “Power is the engine of the world,and sex and money its oil
and lubricants.
मेरे ख्याल से तरुण तेजपाल के अंदर दो तरुण तेजपाल है , एक जो दिमाग से पत्रकार है और पत्रकारिता के पेशे का पूरी ईमानदारी और बेबाकी से निर्वहन करता है। दूसरा दिल से लेखक है , जो सोचता है वही लिखता है और जो मानता है वही करता है। बहरहाल , तरुण तेजपाल के लिए मेरे दिल में जो सम्मान है वो कायम है , कायम रहेगा। बोहोत सारे लोग इनसे सालों से बैर पाले बैठे है , पता नहीं क्या हश्र करेंगे फिर भी मेरी कामना है कि ये कम से कम तकलीफ पाएं। अच्छे पत्रकारों कि बढ़ी ज़रूरत है